दांव पर लगा देश
यहां सभी कठपुतली,
एक मदारी है!
दांव पर अब देश लगा,
वह जुआरी है!!
सब कुछ तो बता दिया
इशारे से मैंने
जो अब भी नहीं समझा,
कैसा अनाड़ी है!!
यहां सभी कठपुतली,
एक मदारी है!
दांव पर अब देश लगा,
वह जुआरी है!!
सब कुछ तो बता दिया
इशारे से मैंने
जो अब भी नहीं समझा,
कैसा अनाड़ी है!!