Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Apr 2024 · 1 min read

दस रुपए की कीमत तुम क्या जानोगे

दस रुपए की कीमत तुम क्या जानोगे
दस रुपए में कविता एक बिक जाती है

103 Views
Books from Shweta Soni
View all

You may also like these posts

देश- विरोधी तत्व
देश- विरोधी तत्व
लक्ष्मी सिंह
बदलते रिश्ते
बदलते रिश्ते
Ashwani Kumar Jaiswal
मीठा सीधा सरल बचपन
मीठा सीधा सरल बचपन
Ritu Asooja
*युवाओं की शक्ति*
*युवाओं की शक्ति*
Dushyant Kumar
गणगौर का त्योहार
गणगौर का त्योहार
Savitri Dhayal
"दिल दे तो इस मिजाज का परवरदिगार दे, जो गम की घड़ी भी खुशी स
Harminder Kaur
इस ठग को क्या नाम दें
इस ठग को क्या नाम दें
gurudeenverma198
चमत्कार होते न अचानक
चमत्कार होते न अचानक
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Time flies🪶🪽
Time flies🪶🪽
पूर्वार्थ
#हिरोशिमा_दिवस_आज
#हिरोशिमा_दिवस_आज
*प्रणय*
"वो जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
झाग गुमसुम लहर के आंँसू हैं
झाग गुमसुम लहर के आंँसू हैं
Sandeep Thakur
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
दोहा - शीत
दोहा - शीत
sushil sarna
मययस्सर रात है रोशन
मययस्सर रात है रोशन
कवि दीपक बवेजा
भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान।
भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
समंदर की बांहों में नदियां अपना वजूद खो,
समंदर की बांहों में नदियां अपना वजूद खो,
पं अंजू पांडेय अश्रु
Ladkiyon ki adayein
Ladkiyon ki adayein
anurag Azamgarh
4254.💐 *पूर्णिका* 💐
4254.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हाँ मैन मुर्ख हु
हाँ मैन मुर्ख हु
भरत कुमार सोलंकी
आंखों पर पट्टी, होठों पर मौन जड़ गया ।
आंखों पर पट्टी, होठों पर मौन जड़ गया ।
TAMANNA BILASPURI
"सफर,रुकावटें,और हौसले"
Yogendra Chaturwedi
युद्ध
युद्ध
Shashi Mahajan
जीवन एक संघर्ष
जीवन एक संघर्ष
AMRESH KUMAR VERMA
गमों की चादर ओढ़ कर सो रहे थे तन्हां
गमों की चादर ओढ़ कर सो रहे थे तन्हां
Kumar lalit
प्यारी लगती है मुझे तेरी दी हुई हर निशानी,
प्यारी लगती है मुझे तेरी दी हुई हर निशानी,
Jyoti Roshni
पत्नी या प्रेमिका
पत्नी या प्रेमिका
Kanchan Advaita
जय जय हे महिषासुर मर्दिनी
जय जय हे महिषासुर मर्दिनी
उमा झा
जब मुकद्दर को आज़माएंगे ,
जब मुकद्दर को आज़माएंगे ,
Dr fauzia Naseem shad
अमर क्रन्तिकारी भगत सिंह
अमर क्रन्तिकारी भगत सिंह
कवि रमेशराज
Loading...