दशावतार
“दशावतार”
हमारे पौराणिक शास्त्रों में दशावतार व्रत के संबंध में बतलाया गया है कि यह व्रत भाद्रपद शुक्ल पक्ष दशमी तिथि को दशावतार व्रत किया जाता है। इस व्रत को करने से मनुष्य के कष्ट दूर होते हैं और मोक्ष की प्राप्ति देने वाला व्रत माना गया है।
दशावतार तिथि में भगवान विष्णु जी के दस अवतारों की पूजन की जाती है।श्री हरि विष्णु जी को सर्व शक्तिशाली कहा गया है।
“ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” इस मंत्र जप फलदायी होता है ।
हिंदू धर्म में विभिन्न देवताओं के अवतार की
मान्यता है। भगवान श्रीहरि विष्णु ने धर्म की रक्षा हेतु हर काल में अवतार लिया। वैसे भगवान विष्णु के अनेक अवतार हुए हैं लेकिन उनमें 10 अवतार ऐसे हैं, जो प्रमुख रूप से स्थान पाते हैं। जिन्हें दशावतार कहा जाता हैं। विष्णु के 10 अवतार ;-
1. मत्स्य अवतार- पृथ्वी के जलमग्न होने की स्थिति में भगवान विष्णु ने मछली का रूप धारण कर रक्षा की।
2. कूर्म अवतार- समुद्र मंथन के समय मंदर पर्वत को भगवान विष्णु ने क्षीरसागर में अपने कवच पर संभाला था तथा उनकी सहायता से देवों एवं असुरों ने समुद्र मंथन करके 14 रत्नों की प्राप्ति की। अत: इसके लिए भगवान विष्णु को कूर्म अवतार लेना पड़ा था।
3. वराह अवतार- पौराणिक कथा के अनुसार भगवान विष्णु ने हिरण्याक्ष नामक राक्षस का वध किया था तथा पृथ्वी की रक्षा करने के लिए वराह अवतार धारण किया था।
4. नृसिंह अवतार- भगवान श्रीहरि विष्णु ने नृसिंह रूप धारण कर भक्त प्रहलाद की रक्षा की थी जिसके लिए उन्हें हिरण्यकश्यप का वध करना पड़ा था।
5. वामन अवतार- विष्णुजी ने वामन ब्राह्मण का रूप धरकर राजा बली से देवताओं की रक्षा की थी जिसके चलते उन्हें वामन अवतार रूप धारण करना पड़ा था।
6. श्रीराम अवतार- भगवान श्रीहरि ने त्रेतायुग में पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम का अवतार धारण कर लंकाधिपति दशानन रावण का वध किया था और दुनिया को असत्य पर विजय की जीत सत्य को दर्शाकर रावण का नाश किया।
7. कृष्ण अवतार- श्रीहरि विष्णु ने द्वापर युग में कृष्णावतार रूप में जन्म लेकर कंस का वध किया तथा प्रजा की रक्षा करके धर्म को स्थापित किया।
8. परशुराम अवतार- विष्णु जी ने परशुराम अवतार लेकर अत्याचारी हैहयवंशी क्षत्रिय वंशियों से 36 बार युद्ध किया था और 36 बार ही उनका नाश कर दिया था।
9. बुद्ध अवतार- बुद्ध को विष्णु का एक अवतार भी माना है। हालांकि कुछ लोग मानते हैं कि बुद्ध अवतार थे या नहीं थे इस पर विवाद है।
10. कल्कि अवतार- ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु भविष्य में कलियुग के अंत में कल्कि अवतार में आएंगे और पापियों का अंत करके लोगों के दु:खों का निदान करेंगे।
“ॐ नमो भगवते वासुदेवाय”