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28 Mar 2019 · 1 min read

दशरथ नन्दन

///१///
सरयू तीर
है अयोध्या पावन
सुखों का धाम

तीन रानियाँ
है दशरथ राजा
न कोई सुत

चिंता बड़ी है
ऋषियों की सलाह
हुआ है यज्ञ

तिथि नवमी
अभिजीत नक्षत्र
चौगुनी खुशी

राम लखन
भरत शत्रुहन
राज दुलारे

झूमा अवध
हुए मंगलगान
हर्षित सुर

।।।।जेपीएल।।।

Language: Hindi
1 Like · 435 Views
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