दवाखाना से अब कुछ भी नहीं होता मालिक…. दवाखाना से अब कुछ भी नहीं होता मालिक…. दवाखाना से ज्यादा जरूरत दुआखाना की है अब…. -सिद्धार्थ गोरखपुरी