दर्द
किसी के दर्द के सहने से वज़ूद कायम हुआ।
रहूँ अहसानमंद दर्द सहने वाले का।
दर्द तन्हाई का हमसफ़र होता है ,
काम आएगा बहुत दिल में छुपा कर रखो।
नहीं आये हैं हम दुनिया में कोई मुश्कराते हुए।
हुआ आगाज़ जिंदगी का तमाम दर्द सह करके।
आखरी वक़्त भी दो चार होना होगा जरूर।
दर्द से दूर भागना मुनासिब नहीं कतई।
दर्द ए इजहार करके हासिल होगा क्या।
अपनी दौलत है छिपा कर रखो इसको।
थोड़ा थोड़ा ही सही पास छिपा कर रखें।
वरना बेदर्द होने की तोहमत आएगी सिर पर तेरे।
तुम्हारा नाम जुबां पर आये तो दर्द होता है।
इश्क़ हो जाये किसी से तो दर्द होता है।
दर्द सुल्तान है मोह्हबत के महल का जमाने से।
उनका पैगाम न आये तो दर्द होता है।
दर्द जुनूं है इबादत है दर्द सिजदा है।
न हो दीदार अगर उसका तो दर्द होता है।
[