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31 Aug 2023 · 1 min read

दर्द के ऐसे सिलसिले निकले

दर्द के ऐसे सिलसिले निकले ।
सारे एहसास बे’ ज़ुबाँ निकले ।।
टूट कर जब कोई बिख़र जाए ।
कैसे जीने की फिर दुआ निकले ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
6 Likes · 488 Views
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