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4 Apr 2022 · 1 min read

दर्द के ऐसे सिलसिले निकले

दर्द के ऐसे सिलसिले निकले।
सारे अल्फ़ाज़ बे’जुबा निकले ।।
टूट कर जब कोई बिखर जाए ।
कैसे जीने की फिर दुआ निकले ॥

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
8 Likes · 1 Comment · 180 Views
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