थाल सजाकर दीप जलाकर रोली तिलक करूँ अभिनंदन ।
थाल सजाकर दीप जलाकर रोली तिलक करूँ अभिनंदन ।
युग-युग जीना भाई मेरे, रक्षासूत्र अटूट है बंधन।।
भाई -बहन का सुंदर यह नाता ,कर्तव्यों की याद दिलाता,
देख खुशी बहना के मुख पर,उल्लासित भाई का तन – मन ।।
नीलम शर्मा ✍️