थकावट गायब
थकावट गायब
नितूगेै
थक जावै है
काळजै अर माथै
सहर रै वाहनां री
पों-पों सुण’र
सागैवाळा री
चिक-चिक सुण’र
हाकमां री बक-बक सुण’र
घरां पूग्या
धुरु मौड़ै माथै बैठी
चिड़कल्याँ री चीं-चीं
कर देवै है
म्हारी सगळी थकावट
नैं गायब
मूल हिन्दी रचना :- विनोद सिल्ला (टोहाना) हरियाणा
राजस्थानी अनुवाद :- क़ासिम बीकानेरी (बीकानेर) राजस्थान
मोबाइल नंबर 8561814522