तड़प उठता है दिल
किसी रोज तुम्हारे सामने बैठ कर तुम्हारी आँखों को देखते हुए कहेंगे ,की अब बस ,सुनो अब मोहब्ब्त नही रहा तुमसे , तड़प उठा है मेरा रूह ,तुम्हारे याद में
किसी रोज तुम्हारे सामने बैठ कर तुम्हारी आँखों को देखते हुए कहेंगे ,की अब बस ,सुनो अब मोहब्ब्त नही रहा तुमसे , तड़प उठा है मेरा रूह ,तुम्हारे याद में