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16 Sep 2023 · 1 min read

त्यागकर अपने भ्रम ये सारे

त्यागकर अपने भ्रम ये सारे
ये सारे राग द्वेष भुला डालें
दूर क्षितिज पर एक सितारा
ईशान में आज हो रहा उदित
उसके अलौकिक प्रकाश में
भुलाकर अपनी कहानियां
पीताभ कोपलों की जड़ों में
सृजन नया एक वृक्ष करें

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Books from इंजी. संजय श्रीवास्तव
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