तैयारी का मतलब यह होता है कि हम असफलता को सह तो लें, पर उसे स्वीकार ना करें।
तैयारी का मतलब यह होता है कि हम असफलता को सह तो लें, पर उसे स्वीकार ना करें।
इसका मतलब होता है, खुद को निराश, मायूस और हारा हुआ महसूस किए बिना, हार का सामना करने का हौसला रखना तैयारी का मतलब होता है अपनी गलतियों से सीखना।
रॉबर्ट फ्राॅस्ट ने कहा था–
” फ्रैंकलीन के संकेत समझने से पहले भी बिजली कई बार चमकी थी। न्यूटन के संकेत समझने से पहले भी सेब उनके सिर पर कई बार गिरा था। कुदरत हमें हमेशा इशारे करती रहती है। यह हमें बार-बार इशारा करती है,और एकाएक हम उसका इशारा समझ जाते हैं।
जिन लोगों में दृढ़ विश्वास की कमी होती है; वे बीच का रास्ता अपनाते हैं । अक्सर सड़क के बीच में चलने वाले को लोग कुचलते हुए आगे निकल जाते है।
दृढ़ विश्वास न रखने वाले लोग किसी बात पर अड़ नहीं पाते। आत्मविश्वास और साहस की कमी की वजह से वे लोगों के साथ में बने रहने के लिए उनका साथ निभाते रहते हैं। वे उनकी सोहबत यह जानते हुए भी कबूल कर लेते हैं कि वे गलत कर रहे हैं।
चार्ल्स शुलज ने कहा था–
जिंदगी एक 10 गियर वाली साइकिल की तरह है। हममें से ज्यादातर लोगों के पास ऐसे गियर है जिनका हम कभी इस्तेमाल नहीं करते।
बेहतर है आप दूसरों के पीछे चलने के बजाय अपने गियर को पहचाने और जीवन में कामयाब हो।
#ravisinghbharati
#rs7632647
#रविलेख