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3 Oct 2022 · 1 min read

तेरे हर एहसास को

छू के तुझको मैं गुज़रना चाहूँ ।
तेरी खुशबू से महकना चाहूँ ।।
मिलके तुझसे न बिछड़ना चाहूँ ।
तेरे हर एहसास को मैं जीना चाहूँ ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
15 Likes · 388 Views
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