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11 Aug 2024 · 1 min read

तेरे सुर्ख़ हाथों को देख

तेरे सुर्ख़ हाथों को देख
मैं घबड़ा जाता हूँ
दूर होते हो तुम
मुझे तेरी याद आती है
मेंहदी लगे हाथों को
यूँ ऐसे ना लहराया करो
पास आया करो
इन हाथों से मेरे हाथों में
भी मेंहदी सजाया करो…

मेरी कलम से…
आनन्द कुमार

1 Like · 32 Views
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