तेरे मेरे ख्यालों की ___ मुक्तक
तेरे मेरे ख्यालों की,यहां पर फिक्र है किसको।
जिक्र अपना ही करते है,मैंने देखा यहां जिसको।
चलो अब हम भी बदल जाएं,किसी के पास न जाएं,
जिएंगे अपना ही जीवन, समझा नहीं कोई भी हमको।।
राजेश व्यास अनुनय
तेरे मेरे ख्यालों की,यहां पर फिक्र है किसको।
जिक्र अपना ही करते है,मैंने देखा यहां जिसको।
चलो अब हम भी बदल जाएं,किसी के पास न जाएं,
जिएंगे अपना ही जीवन, समझा नहीं कोई भी हमको।।
राजेश व्यास अनुनय