तेरे दिल में कोई और है
तेरे दिल में कोई और है,
तुझे चाहता कोई और है।
हो रहा है क्या समाज में,
तेरे पास रहता कोई और है।।
तेरी बात चली किसी और से,
तेरी सगाई हुई किसी और से।
मनो में बदलाव क्यो हो रहा,
तेरी शादी हुई किसी और से।।
तेरा प्यार कोई और है,
तेरा यार कोई और है।
बता करती क्यो ऐसा,
तेरे मन में कोई चोर है।।
तेरी पसंद कोई और है,
मां बाप की पसंद और है।
घर घर ऐसा है चल रहा,
समाज जा रहा किस और है।।
इस रंग में सब रंग गए,
नियम सब भंग हो गए।
हवा ऐसी है अब चली,
जिसमे सब ही रंग गए।।
सब इस पर मनन करे,
सुधार का सब यत्न करे।
कुरीतियों को बदलना है,
सभी लोग प्रयत्न करे।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम