तेरे चेहरे को जब भी देखा है मुझको एक राज़ नज़र आया है।
तेरे चेहरे को जब भी देखा है मुझको एक राज़ नज़र आया है।
तेरे ही चेहरे में मेरे हमदम मुझको ताज़ नज़र आया है।।
Phool gufran
तेरे चेहरे को जब भी देखा है मुझको एक राज़ नज़र आया है।
तेरे ही चेहरे में मेरे हमदम मुझको ताज़ नज़र आया है।।
Phool gufran