तेरे गुण गाता हैं
मिल जाओ अगर तो जीवन सतरंगा
ना मिली कही तो जीवन बदरंगा
खुशबू पुष्प सी आती तुमसे
जो वातावरण महकाती हैं
अटल चरित्र, नरम स्वभाव हो
शांति की मूरत अपार हो
हां कहो तो जीवन बन जाएं
ना कहो तो जीवन ढल जाएं
हंसते चेहरे की झलक देखने
सारा संसार लालायित है
और एक झलक दिख जाएं
तब संसार तेरे गुण गाता है।
लोक –जीवन की लीला अपार है
तुमसा हुआ ना मिल पाया है
शांत मन से बात करती जब
तब अमृत की वर्षा करती हो
नैन चंचल दिखाएं अदाएं
मुख सुंदरता की प्याली
कई मरते वैसे इस मुख पर
अलौकिक मुख कहां मिल पाएं
ईश्वर की तरह नैनो में बसों
तब संसार तेरे गुण गाता हैं।
चली कही तो जीवन चलता है
बिना रुकावट सब भलता हैं
अनुपम मुस्काहट सदा चेहरे पर
निर्जीवों को भी जीवन देता हैं
विश्व –जगत की बातें कई हैं
तुम्हारे जैसी तो बात ही नहीं है
नकारात्मकता के भरे जाल में
सकारात्मकता की तुम उम्मीद हो
किसी से मिली जो एक बार तुम
तब संसार तेरे गुण गाता है।