तेरे ख़्याल में हूं,मैं तेरे ज़िक्र में हूं ,
तेरे ख़्याल में हूं,मैं तेरे ज़िक्र में हूं ,
ख़’दा का शुक्र है ,मैं तेरी फ़िक्र में हूं।
—-डाॅ फौज़िया नसीम शाद
तेरे ख़्याल में हूं,मैं तेरे ज़िक्र में हूं ,
ख़’दा का शुक्र है ,मैं तेरी फ़िक्र में हूं।
—-डाॅ फौज़िया नसीम शाद