तेरे आँखो में माना ख्वाब है
तेरे आँखो में माना ख्वाब है
लेकिन दिलों में कहाँ आग है
आग ए जुनून न हो
तो ख्वाब बस ख्वाब है
थोड़ा अकेला रह लिया कर
गमों को थोड़ा सह लिया कर
शायद तुझमें थोड़ी अकल आ जाए
घुटनों का दिमाग सर पर चढ़ जाए
बेवकुफियों पर थोड़ी limitations लग पाए