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1 Oct 2023 · 1 min read

“तेरी याद”

“तेरी याद”

याद आती है उसकी,
समुद्र में उठी लहरों की तरह
यादों की है गहरी समन्दर,
नाविक आ पतवार चला…

यादों के भंवर में, यूं न रुक जाना
गर हो मन में मंजिल पाने की चाहत,
हाथों से पतवार चलाना,
आ जाऊं जब यादों में, बस एक आवाज लगाना।।

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