तेरी याद..
तेरी याद आती हैं जब, रौशनी सी बिखर जाती हैं,
मन में जगी आग सी, दिल में दर्द उतर जाती हैं।
जैसे मधुमक्खी को जरूरत हो फूलों की,
मेरे दिल को तेरी याद की हर पल होने की।
गुनगुनाहट हैं तेरी आवाज की बारिशों में,
मेरे आँखों से आँसू बहते हैं तेरी यादों में।
जब भी तू दूर होती हैं, दिल मेरा बेकरार होता हैं,
तेरी यादों की चादर में, अक्सर सपने भी प्यार होता हैं।
तेरी हंसी की खुशबू सा, फैला होता हैं मेरे जीवन में,
तू नहीं होती तो जैसे, खो गई हो खुदा से भी दूरी में।
तेरी यादों के सहारे, हर पल जी रहा हूँ,
तू दूर होने के बावजूद, खुशी से जीना सीखा हूँ।
तेरी याद हैं वो चिराग, जो मेरे जीवन को जला रही हैं,
बिना तेरे हर रोज़, अधूरा रहा जीना बता रही हैं।
तेरी यादों का साथ हैं, जो रौशनी बनकर छा गया हैं,
मेरे दिल की हर दगर में, तेरा आवास बनकर रह गया हैं।
Vishal.✍️✍️