Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Apr 2024 · 1 min read

तेरी यादों के सहारे वक़्त गुजर जाता है

तेरी यादों के सहारे वक़्त गुजर जाता है
याद आती है तुम्हारी तो दिल भी मुस्कुराता है

माना दूरियां हो चली हैं अ सनम तुमसे
हर लम्हा तुम्हारा ही अह्सास दिला जाता है
याद आती है तुम्हारी……….

मैं करूं भी तो करूं क्या बता दे मुझको
तुम्हारे ख्वाबों ख्यालों में दिल बहल जाता है
याद आती है तुम्हारी……….

ये कैसी तहज़ीब है तुम्हारी मालूम नहीं
गैर के दामन में जाकर कैसे करार आता है
याद आती है तुम्हारी……….

V9द बेहया बेवफा कह दूँ कैसे तुमको
ये तो मेरी मोहब्बत पे ही इल्ज़ाम जाता है
याद आती है तुम्हारी……….

स्वरचित
V9द चौहान

1 Like · 98 Views
Books from VINOD CHAUHAN
View all

You may also like these posts

- सेलिब्रेटी की पीड़ा सेलिब्रेटी ही जाने -
- सेलिब्रेटी की पीड़ा सेलिब्रेटी ही जाने -
bharat gehlot
आज अंधेरे से दोस्ती कर ली मेंने,
आज अंधेरे से दोस्ती कर ली मेंने,
Sunil Maheshwari
नेह का घी प्यार का आटा
नेह का घी प्यार का आटा
Seema gupta,Alwar
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
तेरी
तेरी
Naushaba Suriya
रामायण सार 👏
रामायण सार 👏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
धर्म युद्ध जब चलना हो तो
धर्म युद्ध जब चलना हो तो
ललकार भारद्वाज
*इतरा रहा दीवार पर, टाँगा कलैंडर जो गया (गीत)*
*इतरा रहा दीवार पर, टाँगा कलैंडर जो गया (गीत)*
Ravi Prakash
अपनी नज़र में सही रहना है
अपनी नज़र में सही रहना है
Sonam Puneet Dubey
खिंचता है मन क्यों
खिंचता है मन क्यों
Shalini Mishra Tiwari
sp123 जहां कहीं भी
sp123 जहां कहीं भी
Manoj Shrivastava
किसी की याद में आंसू बहाना भूल जाते हैं।
किसी की याद में आंसू बहाना भूल जाते हैं।
Phool gufran
पहाड़ी दर्द
पहाड़ी दर्द
सोबन सिंह रावत
माँ
माँ
डॉ. दीपक बवेजा
रात
रात
पूर्वार्थ
धर्म युद्ध!
धर्म युद्ध!
Acharya Rama Nand Mandal
दिल हर रोज़
दिल हर रोज़
हिमांशु Kulshrestha
सिमट रहीं हैं वक्त की यादें, वक्त वो भी था जब लिख देते खत पर
सिमट रहीं हैं वक्त की यादें, वक्त वो भी था जब लिख देते खत पर
Lokesh Sharma
कुंडलिया - होली
कुंडलिया - होली
sushil sarna
कभी यदि मिलना हुआ फिर से
कभी यदि मिलना हुआ फिर से
Dr Manju Saini
..
..
*प्रणय*
बस्ती जलते हाथ में खंजर देखा है,
बस्ती जलते हाथ में खंजर देखा है,
ज़ैद बलियावी
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
साहित्य गौरव
"आइडिया"
Dr. Kishan tandon kranti
सच्ची मोहब्बत नहीं अब जमीं पर
सच्ची मोहब्बत नहीं अब जमीं पर
gurudeenverma198
गीत- वही रहना मुनासिब है...
गीत- वही रहना मुनासिब है...
आर.एस. 'प्रीतम'
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
3271.*पूर्णिका*
3271.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*राज सारे दरमियाँ आज खोलूँ*
*राज सारे दरमियाँ आज खोलूँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आज़ादी का जश्न
आज़ादी का जश्न
अरशद रसूल बदायूंनी
Loading...