तेरी यादों की
तेरी यादों की
ओढ़ कर चादर
तेरे ख्यालों की गलियों में
की हैं हम ने आवारागर्दियाँ
बस यूँ ही
काटी है हमनें
दिसंबर की सर्दियाँ
हिमांशु Kulshrestha
तेरी यादों की
ओढ़ कर चादर
तेरे ख्यालों की गलियों में
की हैं हम ने आवारागर्दियाँ
बस यूँ ही
काटी है हमनें
दिसंबर की सर्दियाँ
हिमांशु Kulshrestha