तेरा मेरा वो मिलन अब है कहानी की तरह।
गज़ल
2122/1122/1122/22(112)
तेरा मेरा वो मिलन अब है कहानी की तरह।
जो कभी होता था दरिया की रवानी की तरह।
तू तो मिसरा ए उला थी, मेरे श़ेरों में सदा,
मैं तेरे पीछे लगा रहता था, सानी की तरह।
………✍️ सत्य कुमार प्रेमी