तेरा नाम लेकर
तेरा नाम लेकर कही मैं मशहूर हो जाऊं।
तेरी यादों के साये में ,मैं कहीं खो जाऊँ।
तेरा नाम लेकर कही ,मैं मशहूर हो जाऊं।
तेरी जुल्फों के घने छाँव में रहूं।
मैं तुझसे मिलने के चांव में रहूं।
तुझे याद करते -करते ,मैं नहीं सो जाऊँ।
तेरा नाम लेकर कही ,मैं मशहूर हो जाऊं।
मेरी हसरत है कि तेरे ख्वाब मे रहूँ।
मैं तेरे दिल के याद ए गुलाब में रहूं।
तेरे दिल के धागे में ,कुछ मोती पिरो जाऊं।
तेरा नाम लेकर कही ,मैं मशहूर हो जाऊं।
न मजा सुबह में है न शाम में है।
जो मजा है वो तेरे नाम में है।
मन है तेरी जुल्फों को , कुछ भिगो जाऊँ।
तेरा नाम लेकर कही ,मैं मशहूर हो जाऊं।
– सिद्धार्थ पाण्डेय