Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Sarita Pandey
22 Followers
Follow
Report this post
23 Apr 2018 · 1 min read
“तू”
वो मेरे घर का ख़ाली-ख़ाली सा क़ोना,
जहाँ तू रहती थी।
वहाँ अब य़ादों ने घर बसा लिया है।
#सरितासृजना
Language:
Hindi
Tag:
मुक्तक
Like
Share
435 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
भरी महफिल में मै सादगी को ढूढ़ता रहा .....
sushil yadav
*आ गई है खबर बिछड़े यार की*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"दरमियां"
Dr. Kishan tandon kranti
कामुक वहशी आजकल,
sushil sarna
दोस्तों की महफिल में वो इस कदर खो गए ,
Yogendra Chaturwedi
😘अभी-अभी😘
*प्रणय*
कैसी हसरतें हैं तुम्हारी जरा देखो तो सही
VINOD CHAUHAN
वस्त्र की चिंता नहीं थी शस्त्र होना चाहिए था।
Sanjay ' शून्य'
“इटरमीडियट कैड़र का ड्रामा प्रतियोगिता”
DrLakshman Jha Parimal
दिल करता है कि मैं इक गज़ल बन जाऊं और तुम मुझे गुनगुनाओ,
Jyoti Roshni
शख़्स!
Pradeep Shoree
"आपके पास यदि धार्मिक अंधविश्वास के विरुद्ध रचनाएँ या विचार
Dr MusafiR BaithA
प्यार की कद्र
ओनिका सेतिया 'अनु '
Ignorance is the shield
Chitra Bisht
शिखर पर साध्वी प्रमुखा
Sudhir srivastava
जिंदगी का कागज...
Madhuri mahakash
पर्यावरण
Rambali Mishra
आत्म-बोध प्रकाश
Shyam Sundar Subramanian
यादों में
Surinder blackpen
भारत का सामार्थ्य जब भी हारा
©️ दामिनी नारायण सिंह
"दुनियादारी"
ओसमणी साहू 'ओश'
फौजी की पत्नी
लक्ष्मी सिंह
*धर्मपत्नी श्रीमती मंजुल रानी को जन्मदिन की बधाई (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
3331.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
*माटी की संतान- किसान*
Harminder Kaur
मन के हारे हार है
Vivek Yadav
सनम की शिकारी नजरें...
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
धरती ने जलवाष्पों को आसमान तक संदेश भिजवाया
ruby kumari
प्यासा के भोजपुरी ग़ज़ल
Vijay kumar Pandey
अदब में रहें
अनिल कुमार निश्छल
Loading...