तू ही है…
मेरी हर नज्म है तू ही, मेरा हर गीत तू ही है।
मेरा सपना मेरी चाहत, मुहब्बत प्रीत तू ही है।
मेरे मनमीत मेरी जिंदगी है जिंदगी तुझसे।
मेरे सीने की धड़कन का मधुर संगीत तू ही है।
प्रदीप कुमार
मेरी हर नज्म है तू ही, मेरा हर गीत तू ही है।
मेरा सपना मेरी चाहत, मुहब्बत प्रीत तू ही है।
मेरे मनमीत मेरी जिंदगी है जिंदगी तुझसे।
मेरे सीने की धड़कन का मधुर संगीत तू ही है।
प्रदीप कुमार