तू सहारा
विधा-मनहरण धनाक्षरी
तू ही जीने का सहारा
तू ही है बस हमारा
तुझसे जीवन सारा
ये तनमन वारा।
लगे तू ही बस प्यारा
मेरे जीने का सहारा
सारे जग से तू न्यारा
तू मन मीत प्यारा।
तू मेरा मनमीत है
तू ही मेरी प्रीत है
तू ही मेरी जीत है
जीने का सहारा
तुझ से दिल में चैन
मिलन को ये बेचैन
बीते दिन और रैन
तू मीत मेरा न्यारा
✍संध्या चतुर्वेदी