तू मेरे ख्वाब में एक रात को भी आती अगर
तू मेरे ख्वाब में एक रात को भी आती अगर
चांद तारे तेरे आंचल में सजा देता मैं।
तू मेरे ख्वाब की हक़ीक़त होती अगर ।
सारी दुनिया को तेरे कदमों में झुका देता मैं।।
Phool gufran
तू मेरे ख्वाब में एक रात को भी आती अगर
चांद तारे तेरे आंचल में सजा देता मैं।
तू मेरे ख्वाब की हक़ीक़त होती अगर ।
सारी दुनिया को तेरे कदमों में झुका देता मैं।।
Phool gufran