तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
सफ़र का राह पथरीला मुझे आसान लगता है
कसम से जब तुझे मैं देखता हूँ तब धड़कता है
न हो दीदार तेरा तो ये दिल बे-जान लगता है
जॉनी अहमद क़ैस
तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
सफ़र का राह पथरीला मुझे आसान लगता है
कसम से जब तुझे मैं देखता हूँ तब धड़कता है
न हो दीदार तेरा तो ये दिल बे-जान लगता है
जॉनी अहमद क़ैस