तुलसी मानस लिख हुए , भक्त शिरोमणि आज
तुलसी मानस लिख हुए , भक्त शिरोमणि आज ।
कबिरा बीजक रच हुआ , संतो में सरताज।।
संतो में सरताज , सूर है सूर्य निराला ।
कठिन काव्य का प्रेत , कवी केशव है आला ।
जिसने जो कुछ रचा , हुआ मन उसका हुलसी।
हम सबके आदर्श , बिहारी ,कबिरा , तुलसी ।।
सतीश पाण्डेय