तुलसी चंदन हार हो, या माला रुद्राक्ष
तुलसी चंदन हार हो, या माला रुद्राक्ष
हर रोग कटे आपका, करे न शत्रु कटाक्ष
करे न शत्रु कटाक्ष, त्रिदेव करेंगे रक्षा
मांगेंगे सब मित्र, सदा ही अच्छी शिक्षा
महावीर कविराय, विरह पीड़ा सब झुलसी
डाल गले में हार, रुद्राक्ष चन्दन तुलसी
महावीर उत्तरांचली