तुम
तुम
और तुम्हारी
जो यादें हैं
वो बेहद तड़पाती है
अक्सर वो मुझे रूलाती है
हमारा वो प्यार कहाँ कम हुआ
मुक्कमल होते होते ये इश्क़ अधूरा रहा
अधूरी थी हमारी कहानी इसलिए यादें तड़पाती है
इश्क अक्सर रुलाता है,बात अच्छे से समझाती है।
तुम
और तुम्हारी
जो यादें हैं
वो बेहद तड़पाती है
अक्सर वो मुझे रूलाती है
हमारा वो प्यार कहाँ कम हुआ
मुक्कमल होते होते ये इश्क़ अधूरा रहा
अधूरी थी हमारी कहानी इसलिए यादें तड़पाती है
इश्क अक्सर रुलाता है,बात अच्छे से समझाती है।