Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2022 · 1 min read

तुम ही ये बताओ

सताया बहुत बस और अधिक ना सताओ
हकीकत ना सही कम से कम सपनों में तो आ जाओ
समुंदर सा प्यार दिल में दफ़्न हैं मेरे
पर कहूं तुमसे कैसे अब तुम्हीं ये बताओ

Language: Hindi
Tag: शेर
3 Likes · 1 Comment · 310 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तुम्हारा मेरा रिश्ता....
तुम्हारा मेरा रिश्ता....
पूर्वार्थ
न हँस रहे हो ,ना हीं जता रहे हो दुःख
न हँस रहे हो ,ना हीं जता रहे हो दुःख
Shweta Soni
अनोखे ही साज़ बजते है.!
अनोखे ही साज़ बजते है.!
शेखर सिंह
रंग बिरंगी दुनिया होती हैं।
रंग बिरंगी दुनिया होती हैं।
Neeraj Agarwal
"ऐ मेरे मालिक"
Dr. Kishan tandon kranti
कलम व्याध को बेच चुके हो न्याय भला लिक्खोगे कैसे?
कलम व्याध को बेच चुके हो न्याय भला लिक्खोगे कैसे?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
3772.💐 *पूर्णिका* 💐
3772.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सीख
सीख
Adha Deshwal
झिङककर हाथ समुंदर का
झिङककर हाथ समुंदर का
Chitra Bisht
अब मेरे दिन के गुजारे भी नहीं होते हैं साकी,
अब मेरे दिन के गुजारे भी नहीं होते हैं साकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बेख़बर
बेख़बर
Shyam Sundar Subramanian
दिकपाल छंदा धारित गीत
दिकपाल छंदा धारित गीत
Sushila joshi
उसी वक़्त हम लगभग हार जाते हैं
उसी वक़्त हम लगभग हार जाते हैं
Ajit Kumar "Karn"
मां
मां
Dr.Priya Soni Khare
दोहा __
दोहा __
Neelofar Khan
कँहरवा
कँहरवा
प्रीतम श्रावस्तवी
कहे आनंद इस जग में एक ही बात का सार।
कहे आनंद इस जग में एक ही बात का सार।
Rj Anand Prajapati
मैं
मैं
Vivek saswat Shukla
परिस्थितियां बदलती हैं हमारे लिए निर्णयों से
परिस्थितियां बदलती हैं हमारे लिए निर्णयों से
Sonam Puneet Dubey
जहां से चले थे वहीं आ गए !
जहां से चले थे वहीं आ गए !
Kuldeep mishra (KD)
// तुम सदा खुश रहो //
// तुम सदा खुश रहो //
Shivkumar barman
पास अपने
पास अपने
Dr fauzia Naseem shad
#संघ_शक्ति_कलियुगे
#संघ_शक्ति_कलियुगे
*प्रणय*
तेरे सुर्ख़ हाथों को देख
तेरे सुर्ख़ हाथों को देख
Anand Kumar
दोहा मुक्तक
दोहा मुक्तक
sushil sarna
कितनी शिद्दत से देखा होगा मेरी नज़रों ने
कितनी शिद्दत से देखा होगा मेरी नज़रों ने
शिव प्रताप लोधी
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
Swami Ganganiya
*छाया प्यारा कोहरा, करता स्वागत-गान (कुंडलिया)*
*छाया प्यारा कोहरा, करता स्वागत-गान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बदलते वख़्त के मिज़ाज़
बदलते वख़्त के मिज़ाज़
Atul "Krishn"
आस्मां से ज़मीं तक मुहब्बत रहे
आस्मां से ज़मीं तक मुहब्बत रहे
Monika Arora
Loading...