तुम न होओगे दुनिया चलती रहेगी/Brijpal Singh
तुम दौड़ रहे हो भागे जा रहे हो पागलो की तरह, तुमने दोस्त खोए तुमने प्रेम खोया रिश्तों में दरार पड़ गयी बस इस ज़िन्दगी की रेस में, तुम दौड़ रहे हो मरने के लिए क्योंकि ज़िन्दगी का वही शास्वत सत्य है मृत्यु, और मृत्यु सभी को आनी है, किसी को बीस की उम्र में किसी को चालीस तो किसी को साठ, तुम इतिहास की ओर झांको तुम देख पाओगे कि दुनिया के बडे-से-बडे पैसे वाले आदमी भी मर गये, बचे हुवे जो भी हैं वो भी मर जायेंगे, इसका मकां उसका घर इसका ये उसका वो ये सब कुछ नहीं सब धरा का है धरा का ही रह जायेगा, तुम न होओगे दुनिया चलती रहेगी, लोग हँसते गाते रहेंगे, यहाँ तक तुम्हारे अपने भी जिन्हें तुमने बहुत माना वे भी; इसीलिए कहता हूँ प्रेम में रहो प्रेम से जियो कहने का अर्थ यही है तुम आज में जियो बस आज का ही दिन है कल तो जैसे है ही नहीं और फिर कल देखा ही किसने।
✍️Brijpal Singh, देहरादून उत्तराखंड