Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Aug 2024 · 1 min read

तुम नग्न होकर आये

तुम नग्न होकर आये
तुम नंगे ही निकल जाओगी
तुम बिना कुछ लिये आये
तुम बिना कुछ किये चले जाओगे
आप कमजोर होकर आये
तुम कमजोर होकर चले जाओगे
तो फिर इतनी नफरत, आक्रोश, ईर्ष्या, स्वार्थ और अहंकार क्यों?
हम सब खाली हाथ जायेंगे, हमने जो भी भौतिक चीजें कमाई हैं, यहीं कमाई हैं, और सब कुछ यहीं छोड़ देंगे।
एकमात्र चीज जो आपके साथ जाएगी, जो आपने वास्तव में यहां अर्जित की है वह है आपके द्वारा साझा किया गया प्यार, आपके द्वारा दिखाई गई करुणा, विनम्रता, आपकी कृतज्ञता, आपकी सहायता, आपकी दयालुता। यही वह विरासत है जिसे आप यहां छोड़ेंगे जिसका हर कोई पालन करेगा।

77 Views

You may also like these posts

अधबीच
अधबीच
Dr. Mahesh Kumawat
कभी कभी चाह होती है
कभी कभी चाह होती है
हिमांशु Kulshrestha
भ्रष्ट नेताओं,भ्रष्टाचारी लोगों
भ्रष्ट नेताओं,भ्रष्टाचारी लोगों
Dr. Man Mohan Krishna
पागल सा दिल मेरा ये कैसी जिद्द लिए बैठा है
पागल सा दिल मेरा ये कैसी जिद्द लिए बैठा है
Rituraj shivem verma
तुमसे मोहब्बत है
तुमसे मोहब्बत है
Dr. Rajeev Jain
माटी
माटी
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
दोहा
दोहा
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
Pain of separation
Pain of separation
Bidyadhar Mantry
सावन
सावन
Neha
मिल जाये
मिल जाये
Dr fauzia Naseem shad
आंखों में भरी यादें है
आंखों में भरी यादें है
Rekha khichi
भक्ति गाना
भक्ति गाना
Arghyadeep Chakraborty
हमने हर रिश्ते को अपना माना
हमने हर रिश्ते को अपना माना
Ayushi Verma
नेता जी
नेता जी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
जीता हूं मैं अब तो बस तुम्ही को देखकर।
जीता हूं मैं अब तो बस तुम्ही को देखकर।
Rj Anand Prajapati
*देश का दर्द (मणिपुर से आहत)*
*देश का दर्द (मणिपुर से आहत)*
Dushyant Kumar
3260.*पूर्णिका*
3260.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जोड़ना क्या,छोड़ना क्या
जोड़ना क्या,छोड़ना क्या
Shweta Soni
रिश्ते खून के नहीं विश्वास के होते हैं,
रिश्ते खून के नहीं विश्वास के होते हैं,
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
भूल नहीं पाता
भूल नहीं पाता
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
मारे गए सब
मारे गए सब "माफिया" थे।
*प्रणय*
पल पल रंग बदलती है दुनिया
पल पल रंग बदलती है दुनिया
Ranjeet kumar patre
"खामोशी"
Dr. Kishan tandon kranti
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
अपने नियमों और प्राथमिकताओं को बहुत स्पष्ट रूप से परिभाषित क
अपने नियमों और प्राथमिकताओं को बहुत स्पष्ट रूप से परिभाषित क
पूर्वार्थ
Pollution & Mental Health
Pollution & Mental Health
Tushar Jagawat
राष्ट्र भक्ति
राष्ट्र भक्ति
surenderpal vaidya
शब्द पिरामिड
शब्द पिरामिड
Rambali Mishra
झूठ रहा है जीत
झूठ रहा है जीत
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
अनमोल है ज़िन्दगी
अनमोल है ज़िन्दगी
Seema gupta,Alwar
Loading...