तुम तो दमदार फुलझड़ी
तुम तो दमदार फुलझड़ी हो हम एक पटाखा फुसस्
तुम अपने घर में खुश रहो हम अपने घर में खुश
मैं बेसिक टेलीफोन प्रिये तुम हो मिस कॉल मोबाइल की
मैं खद्दर का पाजामा हूं और तुम हो साड़ी वाईल की
मैं भारत का मनमोहन हूं तुम अमेरिका की बुश
तुम अपने घर में खुश रहो हम अपने घर में खुश
मैं टूटी-फूटी साइकिल हूं तुम होंडा बिना गियर वाली
तुम्हें देख बजाएं सब सीटी मुझे देख बजाएं सब ताली
जब पढ़ू मंच पर मैं कविता कुछ लोग करें खुश फुस
तुम अपने घर में खुश रहो हम अपने घर में खुश
तुम CD बॉलीवुड की हो मैं नौटंकी वाला ठहरा
तुम मंचों की कवियत्री हो मैं हूं श्रोता गूंगा बहरा
जब जी चाहे तुम पुल कर लो पर कभी न करना पुश
तुम अपने घर में खुश रहो हम अपने घर में खुश
तुम रामदेव की चेली हो मै कामदेव का चेला हूं
तुम एलोवेरा का जूस प्रिये मैं सूखा हुआ करेला हूं
पर बिना तुम्हारे ऐसा जैसे आम गया हो चुस
तुम अपने घर में खुश रहो हम अपने घर में खुश
मैं सूमो पहलवान जैसा तुम सर्कस वाली बाला हो
मैं काका की पैरोडी हूं तुम बच्चन की मधुशाला हो
श्रोताओं की ताली पाकर कवि मन होता है खुश
तुम अपने घर में खुश रहो हम अपने घर में खुश
मैं लगता टैडी बियर तुम्हें तुम डाल बार्बी गुड़िया हो
मैं सीधा-साधा भोंदू सा और तुम आफत की पुड़िया हो
मेरे दिल की नो एंट्री में तुम गई जबरिया घुस
तुम हमारे घर में खुश रहो हम अपने घर में खुश
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डॉक्टर इंजीनियर
मनोज श्रीवास्तव