तुम छा जाते मेरे दिलों में एक एक काली घटा के वाई फाई जैसे।
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तुम छा जाते मेरे दिलों में एक एक काली घटा के वाई फाई जैसे।
बनकर सुबह आ जाते हो चाय जैसे।
लगता है तेरी मुस्कान ही है मेरे हर इक दर्द की दवा।
तुम बचा जाते हो मुझे लहरों में नांव जैसे।
RJ Anand Prajapati