तुम कहते रहे –!!!
तुम कहते रहे – तुम्हीं से प्यार है।
आज तक हमें – तुम्हारा ही इंतजार है।
तकते है नयना,बहते है नयना।
आ जाओ अब तो, बह चली नदी की धार है।।
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कहती सखियां — यह कैसा तेरा दिलदार है।
छोड़ा तुझे — आखिर क्यों ?मझधार है।
कहती उनसे रहती,अटूट प्यार मै उनसे करती।
लौटेंगे जल्दी ही,आने वाली बहार है।।
राजेश व्यास अनुनय