तुम अगर स्वच्छ रह जाओ…
तुम अगर स्वच्छ रह जाओ…
तो खुदा का लाख शुक्र मनाओ!
क्योंकि प्रदूषित हवा चलती है हर तरफ़,
बस सीधी रेखा में तुम चलते जाओ…
बस ध्येय से इधर-उधर भटक न जाओ।
…. अजित कर्ण ✍️
तुम अगर स्वच्छ रह जाओ…
तो खुदा का लाख शुक्र मनाओ!
क्योंकि प्रदूषित हवा चलती है हर तरफ़,
बस सीधी रेखा में तुम चलते जाओ…
बस ध्येय से इधर-उधर भटक न जाओ।
…. अजित कर्ण ✍️