तुम्हारे साथ ने ही तो__ मुक्तक
तुम्हारे साथ ही ने तो मुझे पहचान दिलाई है।
थी अनजानी जो दुनिया ,मुझे वह जान पाई है।
यो ही तुम साथ में रहना ,मुझे ना छोड़ कर जाना,
शोहरत है तुम्हारी ही, तुम्हारा ही सम्मान भाई है।।
राजेश व्यास अनुनय
तुम्हारे साथ ही ने तो मुझे पहचान दिलाई है।
थी अनजानी जो दुनिया ,मुझे वह जान पाई है।
यो ही तुम साथ में रहना ,मुझे ना छोड़ कर जाना,
शोहरत है तुम्हारी ही, तुम्हारा ही सम्मान भाई है।।
राजेश व्यास अनुनय