** तुम्हारे बिना **
तन्हा-तन्हा लगता है
ये दिन तुम्हारे बिना
सूनी-सूनी लगती है
ये रातें तुम्हारे बिना
जिंदगी बेजान-सी है
अब तुम्हारे बिना
तन्हा-तन्हा लगता है
ये दिन तुम्हारे बिना
चैन आये ना पलभर
अब तुम्हारे बिना
कैसे जी पायेंगे हम
अब तुम्हारे बिना
तन्हा-तन्हा रहता है
ये दिल तुम्हारे बिना
तन्हा-तन्हा लगता है
ये दिन तुम्हारे बिना ।।
?मधुप बैरागी