You never know when the prolixity of destiny can twirl your
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
किसी अंधेरी कोठरी में बैठा वो एक ब्रम्हराक्षस जो जानता है सब
नियत और सोच अच्छा होना चाहिए
बस तू हीं नहीं मुझसे एक बेवफ़ा हुआ...
किसी भी बहाने से उसे बुलाया जाए,
राखी सबसे पर्व सुहाना
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
उम्र बस यूँ ही गुज़र रही है
मिसरे जो मशहूर हो गये- राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'