तुम्हारे जाने के बाद…
तुम्हारे जाने के बाद गम न करें तो क्या करें।
तुम ही बताओ आँखें नम न करें तो क्या करें॥
तेरे सिवा अब है ही कौन मेरा इस दुनियां में
कहो चिंता तेरी अगर हम न करें तो क्या करें।
किसी औऱ पे फिदा न हो जाना दिलो जान से
ऐसे ख्याल पर कहो वहम न करें तो क्या करें।
खुद ही आप सोचें ख़ुद को मेरी जगह रख के
दीवानें दिल से प्यार कम न करे तो क्या करें।
दिल जोड़ के दिल तोड़ना कोई तुम से सीखे
हार कर खुद को बेदम न करें तो क्या करें।
प्रेम फर्रुखाबादी