‘तुम्हारी सोहबत’
अच्छा लगता है..
तुम्हारे भावों के
खा़मोश मशवरों की
सोहबत में रहना !
बहुत मासूमियत से
मेरे जीवन में घुले हो तुम!
अपने नाजुक ख्यालों के साथ!
अच्छा लगता है..
किसी पत्ती पर शबनम
की तरह मोहब्बत में रहना!!
स्वरचित
रश्मि लहर
लखनऊ