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22 Oct 2021 · 1 min read

तुम्हारी याद

अनजान शहर में ठहरी हूँ,
उठते दिल में जज्बात बहुत,
जब-जब भी धोखा खाती हूँ
आती है तुम्हारी याद बहुत।।

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 245 Views
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