तुम्हारी बात कैसे काट दूँ,
तुम्हारी बात कैसे काट दूँ,
तेरी हालात का मुझे पता है,
पैसे को इतने मोहताज हो,
खाने का नहीं पता है,
गरीबी क्या होती है मेरे यार,
जिसने गुजारी है वही जान सका है।
तुम्हारी बात कैसे काट दूँ,
तेरी हालात का मुझे पता है,
पैसे को इतने मोहताज हो,
खाने का नहीं पता है,
गरीबी क्या होती है मेरे यार,
जिसने गुजारी है वही जान सका है।