तुम्हारी बातें
दिल से नहीं भुलाई जाती तुम्हारी बातें,
चाशनी में डूबी हुई प्यारी बातें।
रात दिन सिर्फ तुम याद आते हो,
मेरे जीने का सहारा हैं तुम्हारी बातें।
मेरी दुनिया ही महका दी तुमने,
फूलों की खुशबू सी तुम्हारी बातें।
तुम्हारी आवाज कानों में रस घोल देती है,
मिश्री की डली सी तुम्हारी बातें।
तुम्हारे साथ वक्त जैसे पंख लगाकर उड़ जाता है,
घड़ी की रफ्तार जैसी तुम्हारी बातें।
मिलकर भी और मिलने को जी करता है,
करती हैं बेकरार तुम्हारी बातें।